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Wednesday, April 29, 2015

आपके बगैर क़िस्सों-लतीफ़ों की महफ़िलें अब कभी वैसी नहीं होंगी सुनील भाईसाब! अलविदा

कल रानीबाग के चित्रशिला घाट पर Rajiv दा बरेली में खींची गयी इन तस्वीरों का ज़िक्र कर रहे थे. मैं और दिवंगत सुनील शाह उस दिन (३० सितम्बर २०१३ को) ऑपरेशन के बाद स्वास्थ्यलाभ कर रहे वीरेन दा ( Virendra Dangwal Dangwal) से मिलने बरेली गए थे. प्रिय अनुज Rohit Umrao ने झटपट वहां पहुँच कर उन यादगार लम्हों को दर्ज़ कर लिया था.
आपके बगैर क़िस्सों-लतीफ़ों की महफ़िलें अब कभी वैसी नहीं होंगी सुनील भाईसाब! अलविदा!
— with Harda Pant and 17 others.


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